मानसिक विमंदित सुनिल बिश्नोई जंजीर से बंधा हुआ |
यह तस्वीर सामने दिखने में जितनी खौफनाक लग रही है,उतनी ही बड़ी इसके पीछे दर्दभरी 15-16 साल की दास्तां छुपी है। इसमे जो लड़का जंजीर से बंधा दिख रहा है, यह मानसिक रूप से विमंदित है और काफी सालो से बेड़ियो से बंधकर पशु की तरह ,इलाज के लिए धन न होने के कारण जीवन व्यतीत कर रहा हैं।
लेकिन हद तो तब हो गई जब अचानक तबीयत बीगड़ने पर इलाज के लिए ले जाने 108 ( नि:शुल्क एम्बुलेंस) को कॉल किया तो ,उन्होने साफ इंकार कर दिया। अब यहां कई सवाल खड़े हो जाते है। जो होना स्वाभाविक है। क्योकि आखिर फिर यह मरीजो के लिए नहीं है तो किसके लिये है।
जो इन परिवार के साथ हुआ है। यह कल किसी के साथ भी हो सकता है, हमारे साथ भी और आपके साथ भी। तो खुद को जगाईये और आवाज उठाईये। और इस पोस्ट को इतना शेयर करे की यह बात सबको पता चल जानी चाहिए की सिस्टम में कहीं ना कहीं मरम्मत की जरूरत हैं।
पीड़ीत सुनिल बिश्नोई के पास पहुंची पुलिस |
मामला काफी डर पैदा कर देना वाला है। सोचिए यह नि: शुल्क किसके लिये बनी है? अमीरो के लिए!!!
यह बनी है गरीबो के लिए ,।ताकी समय से इलाज के लिए पहुंचाया जाये।
परन्तु यह जो देखने मिला है,इससे यही लग रहा है कि आखिर सिस्टम इतना कठोर क्यो हो गया? उसे यह भी नहीं दिखा कि हमने जिस उद्देश्य के लिए यह सेवा शुरू की थी,उसे हमे नरार रहे है।
तो फिर समझ में नहीं आता है की यह बनाई किसके लिये है,?? केवल नेताओ के सिए,केवल अमीरो के लिए!!
तो क्या गरीबो के लिए खाक़ कर रही है सरकार
दोस्त जागीये, और जितना हो सके फैलाइये, सिस्टम की बीमारी ठीक करने के लिए सरकार को मजबुर कर दीजिए।
जोधपुर के Local Newspaper. में भी छपी खबर |
samaj ke log jitna money nase ke liye waste krte h uska frection of part yadi eske elaj me krte to sayad 15 sal ese nahi gujarne padte
जवाब देंहटाएंमाननीय आपने बिल्कुल सही कहा। फीडबैक देने के लिए शुक्रिया
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